छत्तीसगढ़ में जस झांकी: लोक परंपरा की झलक (जस झांकी का परिचय)
जस झांकी छत्तीसगढ़ की एक विशेष लोक परंपरा है, जिसमें भगवान की महिमा का गायन और दृश्यात्मक प्रस्तुति की जाती है। इसमें धार्मिक कथा, भक्ति रस, और सांस्कृतिक छवि का संगम होता है।
जस झांकी सिर्फ मनोरंजन नहीं बल्कि भक्ति और आस्था की अभिव्यक्ति भी है। धार्मिक पर्वों, विशेष रूप से नवरात्रि और रामनवमी पर, जस झांकी आयोजित की जाती है।
जस झांकी की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि–
यह परंपरा धार्मिक आयोजनों से शुरू हुई, जिसमें भगवान राम और कृष्ण की गाथाओं को देवी की महिमा को जस गीतों के माध्यम से प्रस्तुत किया जाता था।
जस झांकी प्रतियोगिताएं
आयोजन और नियम
इन प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाली झांकियों को उनके प्रस्तुतीकरण, साज-सज्जा, और जस गीतों की गुणवत्ता के आधार पर अंक दिए जाते हैं।
पुरस्कार और प्रोत्साहन
जस झांकी प्रतियोगिताओं में विजेताओं को नकद इनाम, ट्रॉफी, और सम्मान दिया जाता है, जो इसे और भी आकर्षक बनाता है।