दंतेश्वरी दंतेवाड़ा तोर डेरा हे…

दंतेश्वरी दंतेवाड़ा तोर डेरा हे
जंगल भितरी म बसेरा हे
डंकनी शंखनी दु नंदिया के
तिरे तिर म घेरा हे…
जंगल भितरी म बसेरा हे
दंतेश्वरी दंतेवाड़ा तोर डेरा हे
जंगल भितरी म बसेरा हे

Mai Danteshwari Jas Geet

तोर डिही म जेन हा आथे,मन इकछा फल पाथे ओ
हावे दाई दीन दयाली,सरबस मया लुटाथे ओ
हावे दाई दीन दयाली,सरबस मया लुटाथे ओ
फुलपान नरियल भेला, तोला सबे चड़हाथे ओ
जिया बाबा के कुल वंशज ह,तोर सेवा ल बजाथे ओ
ढोल नगारा तुर्रा बाजे, ढोल नगारा तुर्रा बाजे
पुजा माई दुनो बेरा हे…जंगल भितरी म बसेरा हे
दंतेश्वरी दंतेवाड़ा तोर डेरा हे
जंगल भितरी म बसेरा हे ||1||

Dantewada Bastar Jas Geet Lyrics

सती के दात ले तै ह सिरजे,शक्ति पीठ परमाने ओ
छैय भुजा दंतेश्वरी तैय हा ,खडग खप्पर ताने ओ
छैय भुजा दंतेश्वरी तैय हा ,खडग खप्पर ताने ओ
अन्नम देव महाराज ह दाई,तोर करे हे ध्याने ओ
छत्तीसगढ़ बसतर राज म,तोर हावय असथाने
छत्तीसगढ़ बसतर राज म,तोर हावय असथाने
देवता धामी निस दिन दाई,
निस दिन दाई, निस दिन दाई
करथे तोर फेरा हे…जंगल भितरी म बसेरा हे
दंतेश्वरी दंतेवाड़ा तोर डेरा हे
जंगल भितरी म बसेरा हे ||2||

Bastar Jas Geet Likha Hua

गडे़ हे खम्भा शक्ति पिठ के,चौरासी हितकारी ओ
नरसिंग अऊ भैरो बाबा के,मुरत हाबे न्यारी ओ
नरसिंग अऊ भैरो बाबा के,मुरत हाबे न्यारी ओ
रैन बसेरा जीव जन्तु के,चहक भरे किलकारी ओ
तोर चरन म नंदगइहा के, जिनगी हे बलिहारी ओ
तोर चरन म नंदगइहा के, जिनगी हे बलिहारी ओ
तहि जगत के सार सार म,
सार सार म, सार सार म
काटे दुख अंधेरा हे…जंगल भितरी म बसेरा हे
दंतेश्वरी दंतेवाड़ा तोर डेरा हे
जंगल भितरी म बसेरा हे ||3||

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Anurag Sharma Jas Geet

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