लक्ष्मण मस्तुरिया जी का गीत लिखा हुआ
मोर संग चलव रे मोर संग चलव गा
मोर संग चलव रे मोर संग चलव गा
वो गिरे थके हपटे मन,
अऊ परे डरे मनखे मन,
मोर संग चलव रे मोर संग चलव गा
Old CG Song Lyrics
हवा कहे मोर संग चलव अऊ पानी कहे मोर संग बहव
रुख राइ कहे संग फुलव फलव अऊ मया कहे मोर संग रहव ||2||
छोड़ के चिंता ए दुनिया के,
छोड़ के चिंता ए दुनिया के, मनखे कस बने रहव रे
मोर संग चलव रे,
मोर संग चलव रे, मोर संग चलव गा
जिनगानी भर साथ देवईया कहा गे साथ चलइया
सपना सब साकार करइया छूटगे पार लगइया ||2||
संग साथी सब थोरे दिन के,
संग साथी सब थोरे दिन के दुख ऊपर पाव धरव रे
मोर संग चलव रे,
मोर संग चलव रे, मोर संग चलव गा
पर उपकार के नाम हे जिनगी सेवा सुख संसार
धीरज धरम करम गति माडे ज्ञान गरब निस्सार ||2||
नवा जोत लव नवा गांव बर,
नवा जोत लव नवा गांव बर, रस्ता नवा गढ़व रे
मोर संग चलव रे,
मोर संग चलव रे, मोर संग चलव गा
अमरईया कस जूड छांव मैं, मोर संग बईठ जुडा लव
पानी पी लव मय सागर अंव, दुख पीरा बिसरा लव ||2||
नवा जोत लव नवा गॉंव बर,
नवा जोत लव नवा गॉंव बर,रद्दा नवा गढ़व रे
मोर संग चलव रे,
मोर संग चलव रे, मोर संग चलव गा
Mor Sang Chalav Re MP3 Song Download
मय लहरी अंव मोर लहर मां, फरव फुलव हरियाव
महानदी मय अरपा पैरी, तन मन धो फरिया लव
कहां जाहू बड दूर हे गंगा,
कहां जाहू बड दूर हे गंगा, पापी इंहें तरव रे
मोर संग चलव रे,
मोर संग चलव रे, मोर संग चलव गा
बिपत संग जूझे बर, भाई मय बाना बांधे हंव
सरग ला पिरथी मां ला देहूं, परन अइसन ठाने हंव
मोर सुमत के सरग निसइनी,
मोर सुमत के सरग निसइनी, जुरमिल सबो चढव रे
मोर संग चलव रे,
मोर संग चलव रे, मोर संग चलव गा
लक्ष्मण मस्तुरिया जी (गीतकार, संगीतकार, लोकगायक)