Dukalu Yadav Jas Geet
जस गीत गायको में दुकालू यादव जी प्रमुख है जिन्होंने जस गीत को जन-जन तक पहुँचाया।
नवरात्री के दोनों ही पर्व में दुकालू यादव के जस गीतों पर जन समुदाय झूम उठता है। नीचे दुकालू यादव जी के नये जस गीतों का संग्रह दिया गया है
दुकालू यादव जी ने अपने जस गीतों में पुराने वाद्य यंत्रो के साथ नये का भी उपयोग किया है और छत्तीसगढ़ के युवाओ तक अपने गीतों को पहुंचाया है। दुकालू यादव जी ने छत्तीसगढ़ी गीतों को नई पहचान दिलाई है।
जस गीतों में मांदर धुन में गाये जाने वाले जस गीत प्रमुख होते है जिनमे भक्तगण झूमने को मज़बूर हो जाते है जिसे बोलचाल की भाषा में देवता चढ़ना भी कहते है। ऐसे ही ही कुछ गीत नीचे दिए जा रहे है।
https://youtu.be/6e9ioTWJUn0https://www.youtube.com/watch?v=bSPQPo_xnfo&pp=ygUMZHVrYWx1IHlhZGF2
नौ दिन की नवरात्री के बाद बिदाई गीत या जंवारा विसर्जन जस गीत प्रमुख रूप से गाये जाते है। छत्तीसगढ़ के प्रमुख जंवारा दुर्गा विसर्जन गीत दुकालू यादव जी के स्वर में जोत जंवारा विसर्जन गीत नीचे दिए जा रहे है।
दुकालू यादव जी ने छत्तीसगढ़ी के विभिन्न विधाओं में भी गीत गाये है। कुछ गीतों को दिया जा रहा है। अगर आपने नहीं सुना है तो ज़रूर सुने और वीडियो देखे।