छत्तीसगढ़ी जस गीत

छत्तीसगढ़ में लोक संगीत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा ‘जस गीत’ है, जो देवी की आराधना में गाया जाता है। जस गीतों के माध्यम से ग्रामीण समाज अपने इष्ट देवी-देवताओं की पूजा करते हैं और धार्मिक आस्था प्रकट करते हैं। जस गीत के प्रमुख गायको में दुकालू यादव,दिलीप षडंगी,कविता वासनिक, पंचराम मिर्झा अलका चंद्राकर परगनिहा जी है जिन्होंने जस गीत को जन-जन तक पहुँचाया। बाद में नये लोकगायक जिनमे प्रमुख कांतिकार्तिक यादव, रामदयाल जायसवाल, सुखऊ राम केंवट आदि ने इस विधा को आगे बढ़ाया है |


DUKALU YADAV


DILIP SHADNGI


KAVITA WASNIK


KANTIKARTIK

error: Content is protected !!