जुग बन्दव माता काली चरण जुग हो : Dukalu Yadav Jas Geet Lyrics
Jug Bandav Mata Kali Charan Jug Ha-Duaklu Yadav Old Jas Geet जुग बन्दव माता काली चरण जुग होजुग बन्दव माता काली चरण जुग होजुग बन्दव माता काली चरण जुग होजुग बन्दव माता काली चरण जुग हो Old Jas Geet Lyrics जब काली चरण जुग बन्दव मातागिरिजा सुत के पावे,शम्भू भवानी दुनो ला बन्दवहनुमत चरण मनावैहनुमत […]
Jab Doude Kalika Rakt Piyan Bar: Jas Geet Lyrics
Jab Doude Kalika Rakt Piyan Bar: Jas Geet Lyrics जब दौड़े कालिका रक्त पियन बर हो… जब दौड़े कालिका रक्त पियन बर होरक्त पियन बर दौड़े कालिका हाथ में खप्पर धारेदूजे हाथ सिर धरे कालिका तीजे हाथ तलवारेक्रोध में भारी दौड़े कालिका चौथे हाथ पसारेलाल लाल तोर जिभिया भवानी, रक्त पियन बर होजब दौड़े कालिका […]
पताल चटनी : दिलीप षड़ंगी जस गीत लिरिक्स
पुराना जस गीत लिखा हुआ- चइत के महीना दाई आबे मंझनी बोरे बासी संग म खवाहू तोला वो पताल चटनीचइत के महीना दाई आबे मंझनी ।।2।।बोरे बासी संग म खवाहु तोला वो पाताल चटनीपताल चटनी दाई दाई पताल चटनी ।।2।।बोरे बासी संग म खवाहु तोला वो पताल चटनीए चइत के महीना दाई आबे मंझनीबोरे बासी […]
Teejan Bai Pandwani: एक मुलाकात तीजन बाई जी के साथ
तीजन बाई: जीवन परिचय छत्तीसगढ़ की धरती पर अनेक लोक कलाकारों ने अपनी कला से इस प्रदेश की पहचान को ऊंचाइयों तक पहुँचाया है। उन्हीं में से एक प्रमुख नाम है तीजन बाई का। पंडवानी गायिका के रूप में प्रसिद्ध तीजन बाई ने अपनी कला को न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी […]
अरपा पैरी के धार – छत्तीसगढ़ राज्य गीत
छत्तीसगढ़ राज्य गीत पर लेख छत्तीसगढ़ का राज्य गीत, “अरपा पैरी के धार”, राज्य की संस्कृति, परंपरा, और प्राकृतिक सुंदरता का एक अद्वितीय प्रतीक है। यह गीत छत्तीसगढ़ के लोगों की भावनाओं और जीवनशैली को अभिव्यक्त करता है। गीत की रचना छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध कवि डॉ. नरेन्द्र देव वर्मा ने की थी। इसे राज्य सरकार […]
छत्तीसगढ़ का पारम्परिक त्यौहार : जेठौनी तिहार
जेठौनी तिहार भारत की धार्मिक परंपराओं में तुलसी विवाह का विशेष महत्व है। यह पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है, जिसे देवउठनी एकादशी या देव प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है। तुलसी विवाह की परंपरा का सीधा संबंध भगवान विष्णु और माता तुलसी की पवित्र कथा से है। माना […]
छत्तीसगढ़ का गौरी-गौरा त्यौहार (Dipawali Special)
छत्तीसगढ़ में दिवाली के अवसर पर मनाया जाने वाला गौरी-गौरा त्योहार वहाँ की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान को दर्शाता है। यह त्योहार छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों में विशेष उत्साह के साथ मनाया जाता है, और इसकी जड़ें भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा में हैं। इस पर्व में शिव (गौरा) और पार्वती (गौरी) की […]
छत्तीसगढ़ के लोकगीत
छत्तीसगढ़ी लोकगीतों का इतिहास और संस्कृति में एक महत्वपूर्ण स्थान है। छत्तीसगढ़ के लोकगीत वहाँ की पारंपरिक धरोहर और सांस्कृतिक पहचान को प्रकट करते हैं। ये गीत समाज के विभिन्न पहलुओं, जैसे धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, और पारिवारिक घटनाओं से जुड़े होते हैं। इन गीतों में छत्तीसगढ़ के जनजीवन, उनकी सोच, उनके संघर्ष, और उनकी खुशियों […]